न्यूजीलैंड टीम इन दिनों सफलता के शिखर पर विराजमान है। भले ही वनडे विश्व कप 2023 में कीवी टीम ट्रॉफी ना जीत पाई हो, लेकिन ये बात किसी से छिपी नहीं है कि अंत तक वो इस ट्रॉफी के जीत के दावेदार थे। वहीं इसके बाद भी हाल ही में कीवी टीम ने पाकिस्तान को 3-0 से टी20 सीरीज हराकर शानदार जीत दर्ज की है। हालांकि अब इस बीच कीवी टीम के स्टार बल्लेबाज ने क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर सभी को चौका दिया है।
दरअसल, कीवी टीम के सलामी खिलाड़ी Hamish Rutherford ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। उनके इस अचानक लिए गए फैसले से फैंस सभी टीम के अन्य खिलाड़ियों को भी काफी हैरानी हुई है। भले ही रदरफोर्ड का इंटरनेशनल करियर काफी छोटा रहा हो, लेकिन न्यूजीलैंड के लिए उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में काफी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
Otago Volt Hamish Rutherford has announced he will be retiring from all formats of cricket at the Volts last Super Smash match against the Northern Brave on Tuesday.
— Otago Cricket (@OtagoCricket) January 18, 2024
Congratulations on an amazing career Ruds.
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Hamish Rutherford ने लिया संन्यास का ऐलान
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हामिश रदरफोर्ड फर्स्ट क्लास क्रिकेट में न्यूजीलैंड के लिए ओपनिंग करते हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड भी काफी शानदार रहा है। उन्होंने कीवी टीम के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में कुल 130 मैच खेले हैं, जिसमें उनके नाम कुल 7863 रन दर्ज हैं। इस दौरान उन्होंने 17 शतक और 40 अर्धशतक भी लगाए हैं।
बता दें कि रदरफोर्ड ने क्रिकेट से संन्यास का ऐलान करते हुए कहा है कि वो अपना आखिरी क्रिकेट मैच अगले हफ्ते स्मैश टूर्नामेंट में नॉर्दर्न डिस्ट्रीक्स टीम के खिलाफ खेलेंगे। उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में कीवी टीम के लिए 16 साल क्रिकेट खेला है, लेकिन इस बीच उनका इंटरनेशनल करियर काफी छोटा रहा है।
हामिश रदरफोर्ड का इंटरनेशनल करियर
बता दें कि हामिश रदरफोर्ड ने कीवी टीम के लिए काफी कम मैच खेले हैं। उन्होंने इंटरनेशनल करियर में 16 टेस्ट, 4 वनडे और 8 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले ही खेले हैं। हालांकि इस बीच उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था। इसी वजह से उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था।
उन्होंने 16 टेस्ट इंटरनेशनल टेस्ट मैचों में एक शतक और एक अर्धशतक के साथ 755 रन, 4 वनडे मैचों में महज 15 रन और 8 टी20 मैचों में महज 151 रन ही बनाए हैं। यही कारण है कि उन्हें इंटरनेशनल करियर में और ज्यादा मौके नहीं दिए गए, जिसके बाद उन्होंने खुद को फर्स्ट क्लास क्रिकेट तक ही सीमित रख लिया।