Delhi Test : मन में शतक का अरमान था – साई सुदर्शन ने बताया कैसा रहा दूसरा टेस्ट का पहला दिन

Atul Kumar
Published On:
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Delhi Test – भारतीय टीम के युवा बल्लेबाज साई सुदर्शन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ चल रहे दूसरे टेस्ट मैच में शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए 87 रनों की पारी खेली, लेकिन अपने पहले टेस्ट शतक से चूक जाने का अफसोस उनके चेहरे पर साफ झलक रहा था।

सुदर्शन ने कहा कि हालांकि वह अपनी पारी से खुश हैं, लेकिन “मन में शतक की छोटी-सी ख्वाहिश अब भी बाकी है।”

साई सुदर्शन बोले – “शतक की उम्मीद थी, लेकिन निराश नहीं हूं”

दिल्ली में खेले जा रहे इस टेस्ट के पहले दिन सुदर्शन ने 165 गेंदों में 12 चौकों की मदद से 87 रन बनाए। यह उनके टेस्ट करियर की सबसे बड़ी पारी रही।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा,

“मैं अपनी पारी से खुश हूं, लेकिन मन में हमेशा यह ख्याल रहता है कि शतक पूरा हो जाए। आज मौका था, लेकिन थोड़ा चूक गया। फिर भी, टीम के लिए योगदान दे पाया, यही सबसे बड़ी बात है।”

पहले टेस्ट में सुदर्शन रन नहीं बना पाए थे, जहां भारत ने वेस्टइंडीज को एक पारी और 140 रन से हराया था। लेकिन दिल्ली टेस्ट में उन्होंने शानदार वापसी की और सलामी बल्लेबाज़ यशस्वी जायसवाल के साथ दूसरे विकेट के लिए 193 रन की साझेदारी की।

खिलाड़ीरनगेंदेंचौकेसाझेदारी (दूसरा विकेट)
साई सुदर्शन8716512193 रन
यशस्वी जायसवाल173*25322

“जायसवाल के साथ बल्लेबाजी करना सीखने जैसा अनुभव”

सुदर्शन ने अपने जोड़ीदार यशस्वी जायसवाल की तारीफ करते हुए कहा,

“उन्हें दूसरी ओर से खेलते देखना रोमांचक था। वह बहुत अच्छे शॉट्स खेलते हैं और अच्छी गेंदों को भी बाउंड्री में बदल देते हैं। उन्हें देखकर मुझे भी यह अंदाज़ा मिलता है कि किन गेंदों पर कौन से शॉट खेले जा सकते हैं।”

सुदर्शन ने आगे कहा कि इस पारी में उन्होंने खुद पर दबाव नहीं लिया और स्वाभाविक अंदाज़ में बल्लेबाजी की।

“मैं रन बनाने के बारे में ज़्यादा नहीं सोच रहा था। बस खुद को समय दिया और चीज़ों को नैचुरल होने दिया। यही वजह थी कि मैं लय में आ पाया।”

भारत का मजबूत स्कोर – 318/2

पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 2 विकेट पर 318 रन बनाए।
जायसवाल 173 रन पर नाबाद हैं और कप्तान शुभमन गिल उनके साथ क्रीज पर मौजूद हैं।
साई सुदर्शन और जायसवाल की 193 रन की साझेदारी ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।

वेस्टइंडीज के गेंदबाज़ दिनभर विकेट के लिए तरसते रहे। केवल जोमेल वारिकन को सफलता मिली, जिन्होंने सुदर्शन को एलबीडब्ल्यू आउट किया।

सत्ररनविकेट
पहला सत्र94/1केएल राहुल आउट
दूसरा सत्र126/0कोई विकेट नहीं
तीसरा सत्र98/1साई सुदर्शन आउट

साई सुदर्शन की बल्लेबाजी शैली

चेन्नई के इस युवा बल्लेबाज़ की पहचान क्लासिकल टाइमिंग और धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी से है।
उन्होंने इंग्लैंड दौरे पर पदार्पण किया था और अब धीरे-धीरे भारतीय मध्यक्रम का स्थायी हिस्सा बनते जा रहे हैं।
सुदर्शन ने बताया कि उन्होंने अपनी तकनीक पर काफी काम किया है और टीम मैनेजमेंट से उन्हें लगातार भरोसा मिला है।

सुदर्शन के टेस्ट आंकड़े (2025 तक):

मैचरनऔसत50+ स्कोरसर्वश्रेष्ठ स्कोर
323439.0287 बनाम वेस्टइंडीज

“टीम के लिए योगदान देना शतक से ज़्यादा अहम”

शतक से चूकने के बावजूद सुदर्शन का फोकस टीम के हित पर था।

“मेरा लक्ष्य सिर्फ व्यक्तिगत नहीं था। जायसवाल के साथ साझेदारी से टीम को बड़ा स्कोर मिला। यही मेरे लिए सबसे संतोषजनक हिस्सा है,” उन्होंने कहा।

उनकी परिपक्वता यह दिखाती है कि भारतीय टीम के पास भविष्य का भरोसेमंद नंबर-3 बल्लेबाज़ तैयार हो चुका है।

साई सुदर्शन की 87 रनों की पारी भले शतक में तब्दील नहीं हुई, लेकिन इसने भारतीय क्रिकेट के लिए उम्मीद की नई किरण जलाई है।
उनका संयम, तकनीक और सकारात्मक रवैया बताता है कि वह लंबे समय तक टीम इंडिया के मध्यक्रम की रीढ़ बनने के लिए तैयार हैं।

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