Sai Sudarshan – भारत और वेस्टइंडीज के बीच जारी दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ का दूसरा मुकाबला शुक्रवार से दिल्ली में शुरू होगा। मुकाबले से पहले भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में युवा बल्लेबाज़ साई सुदर्शन का खुलकर समर्थन किया।
गिल ने कहा कि सुदर्शन अभी अपने खेल को समझने की प्रक्रिया में हैं और टीम प्रबंधन उन्हें पूरा समर्थन दे रहा है।
शुभमन गिल बोले – “साई सुदर्शन पर हमें भरोसा है”
गिल ने कहा,
“आपको युवा खिलाड़ियों को थोड़ा वक्त देना होता है। साई सुदर्शन अब भी अपने खेल को समझने की कोशिश कर रहे हैं। हमारी सोच यह है कि किसी खिलाड़ी को उसकी क्षमता और मानसिक मजबूती के आधार पर आंका जाए, न कि सिर्फ तीन-चार पारियों के प्रदर्शन पर।”
उन्होंने साफ कहा कि साई सुदर्शन को टीम इंडिया के भविष्य के खिलाड़ी के रूप में देखा जा रहा है।
“हम मानते हैं कि वह लंबे समय तक भारत के लिए नंबर तीन पर खेल सकते हैं। अभी उन्हें और अवसर दिए जाएंगे ताकि वह अपने खेल को बेहतर तरीके से विकसित कर सकें।”
साई सुदर्शन के आंकड़े
चेन्नई के इस युवा खिलाड़ी ने अब तक टेस्ट क्रिकेट में सात पारियां खेली हैं, जिसमें एक अर्धशतक सहित 147 रन बनाए हैं। सहायक कोच रयान टेन डोएशे ने भी हाल ही में कहा था कि सुदर्शन में “दीर्घकालिक निवेश का मूल्य” है।
खिलाड़ी | मैच | पारियां | रन | सर्वश्रेष्ठ स्कोर | औसत |
---|---|---|---|---|---|
साई सुदर्शन | 4 | 7 | 147 | 54 | 24.5 |
गिल का चयन दर्शन – “छह से आठ मैच दो, फिर आकलन करो”
शुभमन गिल ने कहा कि एक खिलाड़ी को जल्दी जज नहीं करना चाहिए।
“अगर आप किसी को सिर्फ दो-तीन मैचों के बाद बाहर कर देते हैं तो आप कभी नहीं जान पाएंगे कि उसकी असली क्षमता क्या है। किसी को कम से कम छह से आठ मैचों का समय देना चाहिए, फिर बैठकर सोच सकते हैं कि उसे और घरेलू अनुभव चाहिए या नहीं।”
उनके इस बयान से साफ है कि भारतीय टीम प्रबंधन युवाओं को मौका देने और स्थिरता बनाए रखने की नीति पर चल रहा है, जैसा कि हाल के महीनों में देखा गया है।
साई सुदर्शन – टीम इंडिया का उभरता सितारा
साई सुदर्शन ने घरेलू क्रिकेट में अपनी सधी हुई बल्लेबाजी और आईपीएल में आत्मविश्वास भरे प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा। अब टेस्ट टीम में उन्हें तीसरे नंबर पर स्थायी विकल्प के रूप में तैयार किया जा रहा है।
गिल का भरोसा इस बात का संकेत है कि सुदर्शन को लंबा रन दिया जाएगा, ताकि वह टीम की मध्यक्रम की नींव बन सकें।
शुभमन गिल का बढ़ता दायरा – तीनों प्रारूपों में कप्तानी
25 वर्षीय शुभमन गिल अब तीनों प्रारूपों में भारतीय टीम की महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। वह टेस्ट टीम के कप्तान हैं और आगामी ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज़ (19 से 25 अक्टूबर) में पहली बार वनडे कप्तान के रूप में उतरेंगे।
भारत का आगामी शेड्यूल बेहद व्यस्त है—
- वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ (चालू)
- ऑस्ट्रेलिया दौरा – 3 वनडे और 5 टी20 (अक्टूबर 2025)
- दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज़ (नवंबर 2025)
सीरीज़ | तारीखें | मैच | प्रारूप |
---|---|---|---|
भारत बनाम वेस्टइंडीज | 10–15 अक्टूबर | 2 | टेस्ट |
भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया | 19–29 अक्टूबर | 3+5 | वनडे + टी20 |
भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका | नवंबर 2025 | 2 | टेस्ट |
इस व्यस्त कार्यक्रम को देखते हुए गिल के सामने लीडरशिप और फिटनेस दोनों की चुनौती होगी।
गिल का संदेश – “धैर्य ही सफलता की कुंजी है”
गिल ने कहा कि भारत में क्रिकेटरों पर काफी दबाव होता है, खासकर युवा खिलाड़ियों पर।
“हमारा लक्ष्य है कि टीम के भीतर भरोसे का माहौल बनाया जाए। साई जैसे खिलाड़ी तभी निखरते हैं जब उन्हें फ्री होकर खेलने दिया जाता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि चयनकर्ताओं और कोचिंग स्टाफ का रुख यही है कि “युवा खिलाड़ियों को लगातार मौके दिए जाएं ताकि वे खुद पर विश्वास बनाकर आगे बढ़ें।”
शुभमन गिल का साई सुदर्शन पर भरोसा टीम इंडिया के दीर्घकालिक विज़न की झलक दिखाता है। भारतीय क्रिकेट अब उस दौर में है जहां युवा प्रतिभाओं को सिर्फ परफॉर्मेंस के आधार पर नहीं, बल्कि क्षमता और निरंतरता के आधार पर तैयार किया जा रहा है।
गिल की कप्तानी और सोच यह साबित कर रही है कि टीम इंडिया आने वाले वर्षों में मजबूत नींव पर खड़ी होगी।