S Ganguly – पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने शुभमन गिल को भारतीय वनडे टीम का कप्तान बनाए जाने के फैसले का समर्थन किया है।
गांगुली ने इसे “उचित और दूरदर्शी निर्णय” बताया, जो आने वाले वर्षों के लिए टीम इंडिया की दिशा तय करेगा। उनका कहना है कि यह फैसला रोहित शर्मा से चर्चा के बाद ही लिया गया होगा, क्योंकि चयनकर्ता अब टीम के भविष्य पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
गांगुली बोले – “शुभमन गिल को कप्तान बनाना सही फैसला”
सौरव गांगुली ने कहा,
“मुझे लगता है कि यह निर्णय रोहित से सलाह-मशविरा करके किया गया है। मुझे नहीं पता अंदर क्या हुआ, लेकिन यह एक सही और रणनीतिक फैसला है। रोहित अब भी खेल सकते हैं, और इस बीच एक युवा कप्तान को तैयार किया जा सकता है।”
गांगुली का यह बयान उस समय आया है जब बीसीसीआई चयन समिति (अजीत अगरकर की अगुवाई में) ने शुभमन गिल को वनडे टीम की कमान सौंपी है।
भारत इस महीने ऑस्ट्रेलिया में तीन वनडे और पांच टी20 मैचों की सीरीज खेलने वाला है, जो नए युग की शुरुआत मानी जा रही है।
क्यों हुआ बदलाव – भविष्य की तैयारी
चयन समिति का यह कदम 2027 विश्व कप (दक्षिण अफ्रीका) को ध्यान में रखकर उठाया गया है। उस समय रोहित शर्मा 40 वर्ष और विराट कोहली 38 वर्ष के हो जाएंगे।
गांगुली ने कहा कि चयनकर्ताओं ने यह सोचकर फैसला किया है कि टीम को आने वाले समय में नई लीडरशिप की ज़रूरत होगी।
उन्होंने कहा,
“रोहित शर्मा ने टी20 विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट जीते हैं, इसलिए उनके प्रदर्शन पर कोई सवाल नहीं। लेकिन समय के साथ बदलाव जरूरी है। खेल में ऐसा सभी के साथ होता है — चाहे फेडरर हों या नडाल।”
गांगुली का बड़ा बयान – “40 की उम्र में खेलना मुश्किल होता है”
गांगुली ने आगे कहा,
“जब 2027 विश्व कप होगा, तब रोहित 40 साल के होंगे। यह खेल में बड़ी उम्र मानी जाती है। कोई नहीं जानता कि तब वह खेलेंगे या नहीं। इसलिए यह बदलाव गलत नहीं है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि आने वाले समय में शुभमन गिल जैसे खिलाड़ी को जिम्मेदारी देना जरूरी था ताकि वह कप्तानी के अनुभव के साथ भविष्य के टूर्नामेंट्स के लिए तैयार हो सकें।
शुभमन गिल का शानदार प्रदर्शन
इंग्लैंड में हाल ही में खेली गई पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में शुभमन गिल ने बतौर कप्तान 754 रन बनाए — जो किसी भी भारतीय बल्लेबाज़ द्वारा इंग्लैंड के खिलाफ एक सीरीज में सबसे ज्यादा हैं।
उन्होंने इस दौरान चार शतक जड़े और ग्राहम गूच (752 रन, 1990) तथा सुनील गावस्कर (732 रन, 1978-79) के रिकॉर्ड तोड़े।
रिकॉर्ड | बल्लेबाज | वर्ष | रन | सीरीज |
---|---|---|---|---|
शुभमन गिल | भारत | 2025 | 754 | बनाम इंग्लैंड |
ग्राहम गूच | इंग्लैंड | 1990 | 752 | बनाम भारत |
सुनील गावस्कर | भारत | 1978-79 | 732 | बनाम वेस्टइंडीज |
गांगुली ने कहा,
“अभी गिल के कप्तानी करियर की शुरुआत है, लेकिन इंग्लैंड दौरे पर उनकी सोच, आत्मविश्वास और नेतृत्व असाधारण थे। उन्होंने टीम को मुश्किल परिस्थितियों में संभाला और व्यक्तिगत तौर पर भी शानदार बल्लेबाजी की।”
रोहित-विराट के भविष्य पर बोले गांगुली
पूर्व कप्तान ने माना कि रोहित शर्मा और विराट कोहली का भविष्य उनकी फिटनेस और फॉर्म पर निर्भर करेगा।
उन्होंने कहा,
“40 की उम्र आसान नहीं होती। अगर वे घरेलू क्रिकेट खेलते रहे, फिट रहे और रन बनाते रहे तो भारत के लिए खेलते रहेंगे। लेकिन उन्हें लगातार क्रिकेट खेलना होगा, वरना लय टूट जाती है।”
गांगुली ने यह भी कहा कि सिर्फ आईपीएल खेलना काफी नहीं है, क्योंकि वह साल में दो महीने का टूर्नामेंट है।
“क्रिकेट में लय बनाए रखने के लिए घरेलू मैच खेलना जरूरी है। तभी आप फॉर्म और तालमेल बनाए रख सकते हैं,” उन्होंने कहा।
चयनकर्ताओं की रणनीति – “युवा कप्तान, अनुभवी सहयोग”
बीसीसीआई सूत्रों के मुताबिक, शुभमन गिल की कप्तानी में रोहित शर्मा और विराट कोहली टीम में बतौर सीनियर प्लेयर बने रहेंगे।
गिल के साथ युवा खिलाड़ियों का ग्रुप तैयार करने की रणनीति पर काम हो रहा है ताकि टीम 2027 विश्व कप तक अनुभव और ऊर्जा का संतुलन बनाए रख सके।
सौरव गांगुली का बयान साफ करता है कि भारतीय क्रिकेट में नया दौर शुरू हो चुका है। शुभमन गिल को कप्तान बनाकर चयनकर्ताओं ने न केवल भविष्य की नींव रखी है, बल्कि टीम में युवा सोच और ऊर्जा का संचार भी किया है।
रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने जो ऊंचाइयां छुईं, वही उम्मीद अब गिल से भी की जा रही है — फर्क बस इतना है कि अब वक्त अगली पीढ़ी को जिम्मेदारी सौंपने का है।