क्रिकेट जगत में कई बार कई अलग-अलग तरीकों से बल्लेबाजों को आउट होते देखा गया है, जिसे लेकर कई बार बवाल भी खड़ा हो जाता है। यहां तक की अंपायर भी कई फैसलों को लेकर फैंस के निशाने पर आ जाते हैं, लेकिन आखिरकार फैसला ICC के संविधान के तहत ही तय किया जाता है। ऐसा ही एक बवाल ODI World Cup 2023 के दौरान भी देखने को मिला था, जब Shakib Al Hasan ने श्रीलंकाई खिलाड़ी Angelo Mathews के लिए Time Out की मांग की थी और इस फैसले को स्वीकार कर लिया गया था।
इसके तहत उन्हें बिना गेंद खेले ही बाहर जाना पड़ा था। ऐसे में उस दिन 1 ही गेंद पर 2 बल्लेबाजों का विकेट गिरा था। पहले ही एक बल्लेबाज आउट होकर पवेलियन लौट गया था, जबिक इसके तुरंत बाद ही मैथ्यूज बिना गेंद खेले टाइम आउट का शिकार हो गए। इस फैसले को लेकर काफी बवाल मचा था, लेकिन क्या ये नियम ICC के संविधान में हैं, ये सही है भी या नहीं? क्या क्रिकेट जगत में 1 ही गेंद पर 2 बल्लेबाजों को आउट करना सही है? आइए जान लेते हैं पूरी सच्चाई –
1 गेंद पर 2 बल्लेबाज आउट…. नियम सही या गलत?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक गेंद पर दो खिलाड़ी आउट होने का नियम हमेशा से ही क्रिकेट जगत में लागू था, लेकिन इसका इस्तेमाल क्रिकेट के इतिहास में पहले कभी हुआ नहीं था। विश्व कप 2023 के दौरान ये नियम पहली बार चर्चा में आया था, जब श्रीलंका का एक बल्लेबाज शाकिब की एक गेंद पर पहले ही आउट होकर पवेलियन लौट चुका था।
इसी कड़ी में तय समय में स्ट्राइक नहीं ले पाने के कारण शाकिब की अपील पर मैथ्यूज को आउट भी दे दिया गया। ऐसे में दोनों खिलाड़ी 1 ही गेंद पर आउट हुए थे और ये फैसला गलत भी नहीं है, क्योंकि ICC के संविधान में इसे वैध करार दिया गया है।
क्या कहता है ICC का संविधान?
बता देंं कि आईसीसी संविधान के 40.1.1 क्लॉस के तहत अगर किसी बल्लेबाज का विकेट गिरता है या कोई बल्लेबाज रिटायर होता है, तो दूसरे बल्लेबाज को क्रीज पर आकर गेंद खेलने के लिए 2 मिनट का समय दिया जाता है।
वहीं अगर नया बल्लेबाज नॉन स्ट्राइकिंग एंड पर आता है तो दूसरे बल्लेबाज को, दो मिनट के अंदर अगली गेंद खेलनी होती है। हालांकि अगर निर्धारित समय में बल्लेबाज यदि आकर पहली गेंद नहीं खेल पाता तो, ऐसे में दोनों ही परिस्थितियों में बल्लेबाज को आउट करार दे दिया जाता है। इस तरह आउट किए जाने के फैसले को TIME OUT कहा गया है।