कल बुधवार यानी 1 नवंबर को विश्व कप के 32वें मुकाबले में न्यूजीलैंड की भिड़ंत दक्षिण अफ्रीका से पुणे के MCA स्टेडियम में होने वाली है। दोनों टीमों के बीच ये घमासान सांसे रोक देने वाला होने वाला है, क्योंकि इस टूर्नामेंट में दोनों ही टीमें अबतक बेहतरीन फॉर्म में नजर आई हैं। इस टूर्नामेंट में अबतक दोनों ही टीमों ने 6-6 मुकाबले खेले हैं, जिसमें से न्यूजीलैंड़ को 4 मैचों में जीत जबकि 2 में हार मिली है।
वहीं दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीका ने 5 मुकाबलों में जीत हासिल की है, जबकि सिर्फ 1 मुकाबला हारा है। ऐसे में आज दोनों टीमें इस मैच को जीतकर सेमीफाइनल के लिए अपनी राह आसान करना चाहेंगी। साथ ही इस मैच में दक्षिण अफ्रीक कीवी टीम से साल 2011 और 2015 विश्व कप का बदला लेने भी उतरेगा, क्योंकि वो न्यूजीलैंड ही थी, जिसने दोनों बार साउथ अफ्रीका के फाइनल खेलने के सपने को चकनाचूर कर दिया था।
साल 2011 और 2015 में कीवी टीम ने दक्षिण अफ्रीका को किया था नॉकआउट
आपको बता दें कि भले ही वनडे में दक्षिण अफ्रीका कीवी टीम (NZ vs SA) पर भारी पड़ती हो, लेकिन साल 1999 के बाद से विश्व कप में न्यूजीलैंड का पलड़ा दक्षिण अफ्रीका पर भारी रहा है। 1999 के बाद से अफ्रीकी टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व कप का एक भी मुकाबला जीत नही पाई है। खास बात तो यह है कि साल 2011 में न्यूजीलैंड ने सेमीफाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को हराकर फाइनल में एंट्री की थी और उनका फाइनल खेलने का सपना तोड़ दिया था।
इतना ही काफी नहीं था कि साल 2015 में एक बार फिर क्वार्टर फाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका और कीवी टीम का सामना हुआ, लेकिन इस बार भी कीवी टीम ने अफ्रीका को हराकर सेमीफाइनल में एंट्री कर ली थी, जबकि अफ्रीका को एक बार फिर फाइनल में जाने का मौका नहीं मिल पाया था। ऐसे में आज इस मैच में दक्षिण अफ्रीका के पास न्यूजीलैंड से अपनी उन दोनों हार का बदला लेने का सुनहरा मौका है।
वनडे में हेड-टू-हेड बैटल में किसका पलड़ा है भारी?
बता दें कि अबतक न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच वनडे में कुल 71 मुकाबले खेले जा चुके हैं, जिनमें से दक्षिण अफ्रीका ने 41 मैच जीते हैं, जबकि न्यूजीलैंड को महज 25 मुकाबलों में जीत नसीब हुई है। वहीं इसके अलावा वनडे वर्ल्ड कप की बात करें तो अबतक दोनों टीमें इस टूर्नामेंट में 8 बार आमने-सामने आई हैं, जिनमें से 6 बार दक्षिण अफ्रीका ने बाजी मारी है, जबकि न्यूजीलैंड बस 2 मैचों में जीत पाई है।