केपटाउन में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला जा रहा दूसरा टेस्ट मुकाबला दूसरे दिन ही समाप्त हो गया है और भारतीय टीम ने इस मुकाबले में प्रोटियाज को हराकर सीरीज को 1-1 से ड्रॉ करवा दिया है। इस सीरीज के पहले मुकाबले में भारतीय टीम को करारी हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन अब दूसरे मुकाबले में 7 विकेट की जीत के साथ भारतीय टीम ने जबरदस्त वापसी की है।
केपटाउन के न्यूलैड्स स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में भारतीय टीम के गेंदबाज पहले दिन से ही प्रोटियाज पर हावी रहे और आखिरकार उनके कब्जे से जीत अपने हिस्से में लिख ली। इस टेस्ट सीरीज को जीतकर भले ही भारतीय टीम का अफ्रीकी सरजमी पर उनके खिलाफ सीरीज जीतने का सपना अधूरा रह गया हो, लेकिन इसके बावजूद प्रोटियाज को हराकर भारतीय टीम ने इतिहास रच दिया है।
31 साल बाद भारतीय टीम ने दर्ज की प्रोटियाज के खिलाफ जीत
दरअसल, भारतीय टीम ने साल 1993 के बाद से दक्षिण अफ्रीका की सरजमीं पर प्रोटियाज के खिलाफ कोई टेस्ट मैच जीत नहीं पाई थी। बता दें कि इंडिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच अफ्रीकी सरजमीं पर पहला टेस्ट मैच 2 जनवरी 1993 में खेला था और उसमें भी ब्लू टीम को हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद दोनों टीमों के बीच यहां कुल 6 मुकाबले खेले गए, जिसमें से 4 में भारतीय टीम को हार मिली जबकि 2 मुकाबले ड्रॉ रहे।
ऐसे में इन आकंड़ों के बाद अब आखिरकार दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनकी ही सरजमीं पर सांतवें टेस्ट मुकाबले में भारतीय टीम ने जीत दर्ज की है। ऐसे में केपटाउन में भारतीय टीम के ये जीत काफी बड़ी है। 31 साल के बाद आखिरकार अब टीम इंडिया ने प्रोटियाज का घमंड तोड़ दिया है।
India's first Test win in Cape Town comes in 1.5 days ⚡️
— ESPNcricinfo (@ESPNcricinfo) January 4, 2024
Series ends 1-1 https://t.co/pLPYk8gO2A | #SAvIND pic.twitter.com/NWAqgQxEmU
मैच का हाल
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया था, लेकिन ये फैसला उनपर ही भारी पड़ गया था। दरअसल, पहली पारी में प्रोटियाज महज 55 रनों पर ही ढेर हो गई थी। इसके बाद भारतीय टीम ने पहली पारी में 153 रन बनाए थे।
वहीं दूसरी पारी में दक्षिण अफ्रीका ने थोड़ी मेहनत की और Aiden Markram के शतक की बदौलत 176 रन बना दिए। इसके बाद भारतीय टीम को जीत के लिए 79 रनों का लक्ष्य मिला। इस आसान लक्ष्य को ब्लू टीम ने महज 3 विकेट गंवाकर ही हासिल कर लिया और इस 5 दिवसीय मुकाबले को महज 2 दिनों में समाप्त कर दिया।